Articles

Interviews, Opinions & Essays

कैसे थे कार्तिक बाबू : कार्तिक उरावं पर उनके निजी सचिव का एक पठनीय संस्‍मरण

स्‍वर्गीय कार्तिक उरावं के निजी सहायक रहे सुशील उरावं ने स्‍व. कार्तिक उरावं के साथ बिताये अपने समय पर एक संस्‍मरण लिखा है। एक जगह वह लिखते हैं.. कार्तिक बाबू '...1967 के लोकसभा चुनाव में भारी मतों से विजयी घोषित हुए। एम.पी बन | कर जनता की आवाज को राज्य एवं केंद्र सरकार, तक निश्चित रूप से पहुचाने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया। 1972 के लोक सभा, आम चुनाव में भी वे पुनः कांग्रेसी उम्मीदवार बनकर, भारी मतों से विजयी हुए।

जेपी को अंतिम विदाई... [ पुण्यतिथि पर विशेष ]

उस दिन- आठ अक्टूबर 1979-  मैं मुजफ्फरपुर में था. मेरा परिवार तब वहीं था. हम एक दिन पहले पहुंचे थे. संघर्ष वाहिनी की राष्ट्रीय परिषद में भाग लेने. कनक (लिखना पड़ रहा है, भारी मन से- जो अब नहीं हैं) और शायद अंजली जी भी साथ थीं. तब तक कनक से रिश्ता महज मित्रता का था. देश भर से साथी आ रहे थे. आ चुके थे. कुछ समारोह स्थल पर, कुछ स्थानीय मित्रों के घर रुके थे। सुबह तैयार होकर नाश्ता करते हुए आठ बजे आकाशवाणी पर वह समाचार- कि जेपी नहीं रहे- सुन कर हम स्तब्ध रह गये. परिवार के लोग भी. आपस में बिना कुछ बोले हम पटना लौटने की तैयारी करने लगे.

मानव तस्करी-रोधी विधेयक बच्चों की सिसकियों को मुस्कुराहट में बदल सकता है : सत्यार्थी

by admin on Sun, 07/29/2018 - 20:05

 

नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)| नोबल पुरस्कार विजेता बाल अधिकार कार्यकर्ता, कैलाश सत्यार्थी लोकसभा में पेश नए मानव तस्करी-रोधी (बचाव, सुरक्षा एवं पुनर्वास) विधेयक 2018 का पुरजोर समर्थन करते हुए इसे एक अच्छा विधेयक बताते हैं। इस विधेयक के लिए सत्यार्थी लंबे समय से सड़क से लेकर अदालत तक संघर्ष करते रहे हैं। सत्यार्थी का मानना है कि यह विधेयक देश के हजारों बच्चों की सिसकियों को मुस्कराहट में बदल सकता है। 

बंद में अमन चैन बिगड़ा तो कड़ी कानूनी करवाई होगी

by admin on Tue, 07/03/2018 - 20:33

उपायुक्त, राँची राय महिमापत रे ने आज दिनांक 05.07.2018 को कतिपय लोगों द्वारा आहूत बंद में विधि-व्यवस्था एवं शान्ति कायम रखने हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस-प्रशासन की तैयारियों को लेकर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। मिडिया-कर्मियों के माध्यम से उपायुक्त ने जिले के व्यवसायियो, स्कूल-प्रबंधन, एवं आम लोगों से अपील की कि किसी भी तरह से डरने की आवश्यकता नहीं हैं। संदिग्ध लोगों पर एवं असामाजिक तत्वों पर पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है।