आदिवासी सेंगेल अभियान के मंच से झारखंड, बंगाल, बिहार, उड़ीसा और असम राज्यों में 2 मार्च से 3 अप्रैल 2022 तक 5 प्रदेशों में 25 सेंगेल जनसभाओं द्वारा उपरोक्त कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार किया गया है। सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू और केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू ने सभी सेंगेल जनसभाओं को 5 प्रदेशों में संबोधित किया है। अभी 5 अप्रैल को असम से दौरे के बाद जमशेदपुर वापस लौटे हैं। फिर 10 अप्रैल को भुवनेश्वर, 12 अप्रैल को गोड्डा जिला (महागामा- महादेवबथन ), 13 अप्रैल दुमका जिला ( रामगढ़ ), 14 अप्रैल गिरिडीह जिला (पीरटांड़- मोनाटंड), 15 अप्रैल पुरुलिया जिला (बलरामपुर), 16 अप्रैल मयूरभंज जिला (बरिपदा), 17 अप्रैल झाड़ग्राम जिला (नयाग्राम) और 21 अप्रैल सरायकेला जिला (नीमडीह) में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। मुर्मू मानते हैं संताली भाषा राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त (8वीं अनुसूची में शामिल) सर्वाधिक बड़ी आदिवासी भाषा है। जिसे झारखंड की प्रथम राजभाषा बनने - बनाने का योग्यता हासिल है।
सेंगेल अभियान के अनुसार, 30 अप्रैल 2022 को मोरहाबादी मैदान, रांची में 5 प्रदेशों के अलावा नेपाल, भूटान, बांग्लादेश से भी बड़ी संख्या में भाषाप्रेमी शामिल होंगे। संताली राजभाषा रैली, रांची में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होने के लिए माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया है।
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