रांची: झारखंड के स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर जानेमाने अर्थशास्त्री डॉ ज्यां द्रेज ने चिंता जाहिर की है। डॉ द्रेज ने झारखंड के वित्त् मंत्री को एक पत्र लिखकर इस ओर ध्यान दिलाया है। पत्र में उन्हों ने बताया है कि झारखंड के बच्चे दुनिया भर में सबसे अधिक कुपोषित हैं। इनकी शिक्षा भी पर्याप्त नहीं हो पा रही है। डॉ द्रेज ने सुझाव दिया है कि स्कूलों में मध्याह्न भोजन को और अधिक पौष्टिक बनाने के लिये थाली में रोजाना एक अंडा शामिल किया जाये। अभी हफ्ते में मात्र दो दिन अंडा दिया जाता है। अर्थशात्री का मानना है कि इन दिनों स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी घटती जा रही है। मध्याह्न भोजन की थाली को सुरूचिपूर्ण एवं पौष्टिक बनाये जाने से बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ेगी। ओडिसा जैसे गरीब राज्ये भी मध्याह्न भोजन में नियमित अंडे उपलब्ध करा रहे हैं। हालांकि कि झारखंड सरकार ने भी पहले से कह रखा है कि स्कूलों और आंगनबाड़ी की थालियों में रोजाना अंडे दिये जाएंगे। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह अपने वादे के अनुरूप इसे पूरा करे।
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