रांची/दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर में 30 जून 2022 को आदिवासी सेंगेल (सशक्तिकरण) अभियान द्वारा आदिवासियों के प्रकृति पूजा धर्म - "सरना धर्म" की मान्यता हेतु धरनाप्रदर्शन किया गया। भारी बारिश के बावजूद प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक झारखंड ,बंगाल, उड़ीसा, असम, बिहार आदि से सेंगेल के नेता/ कार्यकर्ता लगभग एक हजार की संख्या में "सरना धर्म कोड देना होगा" की नारेबाजी करते हुए डटे रहे। धरना- प्रदर्शन में भीगते हुए सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने सब को संबोधित किया।
धरना में संताल हूल ( 30 जून 1855 की क्रांति) के शहीदों को नमन करते हुए "सरना धर्म हूल" को सफल बनाने का संकल्प और शपथ लिया गया। आदिवासी एकता प्रार्थना भी की गई। पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिला से बिना पैर वाला भागीरथ हांसदा: भी हाथों से चलकर दिल्ली धरना प्रदर्शन में शामिल हुआ था। धरना सभा में सेंगेल ने माननीय द्रौपदी मुर्मू को संभावित राष्ट्रपति बनने को देश और खास कर आदिवासियों के लिए गर्व और सम्मान का मामला मानते हुए हर्ष व्यक्त किया गया। सेंगेल का ज्ञापन- पत्र मान्य राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री को प्रेषित किया गया।
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